Saturday, July 20, 2019
Wednesday, July 10, 2019
सीतारमण के बजट से 18 चीजें महंगी, 4 चीजें सस्ती, यहां है पूरी लिस्ट

वर्ष 2019-20 के बजट में टैक्स में वृद्धि के प्रस्तावों से पेट्रोल, डीजल, सोना, चांदी, सिगरेट और एसी महंगे होंगे. इसके विपरीत बैट्री से चलने वाले वाहनों के कल-पुर्जे, कैमरा मॉडयूल, मोबाइल फोन के चार्जर और सेटअप बॉक्स पर कर में राहत दी गयी है. आइए सस्ती और महंगी होने वाली चीजों की पूरी लिस्ट देखते हैं:
बजट से महंगे होने वाले प्रमुख उत्पाद:
1. पेट्रोल और डीजल
2. सिगरेट, हुक्का और तंबाकू
3. सोना और चांदी
4. पूरी तरह आयातित कार (इंपोर्टेड कार)
5. स्पिल्ट एसी
6. लाउडस्पीकर
7. डिजिटल वीडियो रिकॉर्डर
8. आयातित किताबें
9. सीसीटीवी कैमरे
10. काजू गिरी
11. आयातित प्लास्टिक
12. साबुन के निर्माण में काम आने वाला कच्चा माल
13. विनाइल फ्लोरिंग
14. ऑप्टिकल फाइबर
15. सेरामिक टाइल और वाल टाइल्स
16. वाहनों के आयातित कल-पुर्जे
17. न्यूजप्रिंट और अखबारों एवं मैगजीनों के प्रकाशन के लिए इस्तेमाल में लाये जाने वाले कागज
18. संगमरमर की पट्टियां
1. बैट्री से चलने वाले वाहनों के कल-पुर्जे
2. कैमरा मॉड्यूल और मोबाइल फोन के चार्जर
3. सेटअप बॉक्स
4. आयातित रक्षा उपकरण, जिनका निर्माण भारत में नहीं किया गया हो
Monday, May 13, 2019
विदेशी निवेशक डेरिवेटिव सौदों में क्यों बरत रहे हैं सावधानी?

बीते कुछ सत्रों में भारतीय शेयर बाजार बुरी तरह टूटे हैं. हालांकि, बिकवाली के दबाव के बाजवूद बाजार में तेजी लौटने की उम्मीदों को खारिज नहीं किया जा सकता. फिर भी विदेशी निवेशक घरेलू शेयर बाजार में निवेस करने में सतर्कता बरत रहे हैं.
उम्मीद हैं कि अमेरिका और चीन के बीच तनाव कम होने और चुनावी नतीजों के बाद बाजार में तेजी देखने को मिलेगी. भले ही विदेशी निवेश 9 मई तक बाजार में नेट खरीदार रहे, मगर डेरिवेटव बाजार में वे निवेश घटा रहे हैं. हालिया कमजोरी के बाद उनका रुख सतर्क हो गया है.
डेरिवेटिव बाजार में ओपन इंट्रेस्ट के आधार पर आंकलन किए जाने वाले लॉन्ग-शॉर्ट अनुपात में 20 बेसिस अंकों की गिरावट देखने को मिली है. 10 मई तक यह 1.52 तक फिसल गया, जो 2 मई को 1.72 पर था. उन्होंने इंडेक्स फ्यूचर्स में भी दिलचस्पी घटाई है. इस दौरान निफ्टी 3.8 फीसदी तक टूटा.

शेयरखान के तकनीकी प्रमुख रोहित श्रीवास्तव का मानना है कि बाजार में काफी ज्यादा बिकवाली देखने को मिल रही है. शुक्रवार को पुट कॉल अनुपात (PCR) 0.59 फीसदी पर था. यह दर्शाता है कि कारोबारियों ने पुट से ज्यादा कॉल की बिक्री की है.
ऐसा तभी होता है जब बाजार में वापसी की उम्मीदें कम नजर आती हैं. दिलचस्प बात यह है कि मई के अंत तक निफ्टी ऑप्शन के आधार पर तेजी नजर आ रही थी. तब PCR 1.13 का था. बाजार को अब 23 मई को चुनावी नतीजों का इंतजार है.
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